The Power Of Now book summary in Hindi-शक्तिमान वर्तमान

The Power Of Now Book summary in hindi: Hello दोस्तों इस हिंदी बुक समरी में हम बात करेंगे , Eckart Tolle द्वारा लिखी गई बुक , The Power Of Now। इसका हिंदी नाम शक्तिमान वर्तमान है । आइए दोस्तों जानते हैं The Power Of Now Book summary in hindi के जरिये जानते हैं, की आख़िर कैसे हमारा वर्तमान शक्तिमान है।

दोस्तों The Power Of Now दुख को ख़त्म करने और internal peace पाने के लिए, present में पूरी तरह से जीने और खुद को अपने दिमाग से अलग करने के लिए एक special method provide करती है।
यह book आपको अपने “Ego” से खुद को अलग करना भी सिखाती है – जो आपके मन का एक हिस्सा है जो आपकी सोच और व्यवहार पर control चाहता है। यह तर्क देता है, कि ऐसा करके आप present को accept करना सीख सकते हैं, अपने experience के दर्द को कम कर सकते हैं, अपने relationship को सुधार सकते हैं और normally बेहतर लाइफ का आनन्द ले सकते हैं।

The Power Of Now Book Summary in Hindi

About The Author

Eckhart Tolle एक spiritual teacher और author है जो लोगो को advice देते है coach करते है। Eckart tolle को Modern Maditation के पिता कहा जाता है |

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Why we should do Focus on our Present? ( अपने Present में रहें )

दोस्तों हम अपना Time , Regretful Past में फँसकर या Uncontrollable Future की चिंता करने में काटते रहते हैं।

Tolle की practical philosophy का crust, present moment में रहना है ताकि, हम उन maximum pains को avoid कर सके, जो हम usually experience करते हैं।

दोस्तों एक पल, हम regretting या अफसोस कर रहे होते हैं, वही अगले पल, हम plan बना रहे होते है या चिंता कर रहे होते हैं। इस बीच, हम एक ऐसे moment को neglect करते हैं, जो हमारे लिए पूरी तरह से available है:- वो है present moment.| अभी सिर्फ़ present ही important है क्योंकि, past या future में कुछ भी नहीं होता है; चीजें present moments की एक continuous stream में होती हैं।

The Power Of Now
live in the present


दोस्तों जिसे हम Past कहते हैं वह Actually में वह Present Moments का एक Collection है जो हो चुका है। इसी तरह Future भी Present Moments का Collection है जो अभी तक हुआ नहीं है। इससे पता चलता है कि Past और Future की चिंता फायदेमंद नही है।
फायदा Now/Present में रहने के हैं । यदि आप Now में रहना सीख लेते हैं तो आप बड़ी Problem Experience नहीं करते हैं, जो problem आती है वह छोटी नजर आती है , जिसे आप आसानी से सॉल्व कर सकते हो।

इसलिए दोस्तों Past से चिपकना दूर करें और Future के Fear को रोकें , आप देखेंगे कि आपके life में कैसे Dramatically Change आते हैं।

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Pain- जो हमें Present में रहने नही देता

 दोस्तों Present में रहने के बावजूद भी हमें Pain का सामना करना पड़ता है। इस दौरान Physical और Emotional Suffering से deal करने के लिए हमें इस Pain को अच्छे से समझना होगा।

दोस्तों Pain, उन external things के लिए, एक self-created inner resistance से ज्यादा कुछ नहीं है, जो आप बदल नहीं सकते हैं।
जब आप चीजों के साथ unsatisfied होते हैं, फिर भी उन्हें बदलने के लिए पावरफुल feel नहीं करते, तो आपको pain का experience होता है। Pain emotional level पर, खुद को एक negative feeling के रूप में represent करता है।

आप past और future के बारे में बहुत कुछ सोचते हैं, लेकिन बस present में ही रह सकते हैं| इस वजह से आप कई ऐसी चीजें बदल नहीं सकते, जिनसे आप unhappy हैं। और यह आपके अन्दर चीज़ों के लिए एक inner resistance develop करता हैं – जो आपको as a pain की तरह experience होता हैं।


जब आपको कोई परेशान या Frustated करता है, और आपको गुस्सा आ रहा हो। तो आपकी Pain Body आप पर Control ले लेती है। गुस्सा आपको सोचने की ability को cover कर देता है। और गुस्सा करने के बाद यह हमें Pain की ओर ले जाता है। हमें लगता है, गुस्सा बाहर से आता है ,लेकिन नहीं दोस्तो यह अंदर से आता है। इससे पता चलता है कि यह Self – created है और हम इसे Control कर सकते हैं।

Mind, pain के लिए responsible है। यह लगातार past की memories, या future की planning बनाकर, आपकी पूरी life को regretful memories और चिंतित करने वाले future scenarios से भर देता है। ऐसा करने में, यह आपको present में बने रहने से रोकता है। इसका नतीजा यह होता है, कि क्योंकि आप अपने past या future को बदल नहीं सकते हैं, तो आप उन चीजों के बारे में लगातार चिंतित रहते हैं जिन्हें आप possibly change नहीं कर सकते हैं। और इससे pain हो जाता है।

Ego:-अहंकार


दोस्तों Tolle आगे Ego – अहंकार के बारे में बताते हैं। Ego हमारे Enjoyment का हिस्सा है, जो हमें खुश रहने से रोकता है|

 दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है कि कुछ लोग खुद को नुकसान क्यों पहुचाते हैं? हालाँकि, कोई भी दुखी नहीं होना चाहता है, फिर क्यों इतने सारे लोग unhappy हैं? इसकी वजह ego ही है – आपके mind का एक हिस्सा, जो बिना आपके notice किये, आपके thoughts और behaviour को control करता है।  
Ego को आसानी से Absorb नहीं किया जा सकता ,ज्यादातर लोगों को यह पता नहीं होता कि Ego किस तरह से उनकी लाइफ को control करता है।

Ego By Einstein
Ego

अहंकार या ego आपको दूसरों के साथ conflict की situation में ले जाता है, और आपको आपकी मौजूदा state से नाखुश बनाता है, ताकि वह आपके behaviour और thinking पर control कर सके।

 उदाहरण के लिए जब दो Egos एक साथ आते हैं तो Drama Create होता है। घरों में ऑफिसों में लोग शांतिपूर्वक रहना चाहते हैं, लेकिन उनके Egos उन्हें छोटी-छोटी कमियों पर Issue स पर React करने पर मजबूर करते हैं।

EGO हमारे Mind का एक Destructive हिस्सा है। और यह माइंड का सबसे प्रमुख हिस्सा बनना चाहता है। यह कोई limit नहीं जानता दोस्तों। इसलिए जब आप आने Ego को खुद पर control लेने देते हैं तो इससे हमें बाद ने दुःख होता है।

EGO को खुद से अलग करने का उपाय:-

जैसे की अँधेरा रोशनी के पास नहीं रह सकता, वैसे ही ego से controlled एक person के लिए बहुत लम्बे time तक के लिए एक present moment में रहने वाले person के पास रहना difficult ही है। Strong opposites, close proximity में exist नहीं हो सकते। अगर आप अंधेरे में मोमबत्ती रखते हैं, तो अँधेरा गायब हो जाता है। अगर आप आग में पानी डालते हैं, तो आग बुझ जाती है।
दोस्तों अगर आप एक richer और almost painless life चाहते हैं, तो अपने mind से अलग होकर अपनी body पर focus करें। ego की power, उन कई वजहों में से एक है, जो आपको आपके mind से खुद को अलग करने और अपनी body पर ज्यादा focus देने के लिए important है। दरअसल, great teachers ने mind के बजाय body पर focus करने के importance के बारे में बात की है।
 
हमारी Body जानती है कि हमारे लिए क्या जरूरी है। आपनी Body जो सुनकर आप इसकी एक Clear Image बना सकते हैं कि आपकी लाइफ में क्या important है।

जब हमें पता चलता है कि हमारा Mind Pain महसूस करा रहा है , जिसकी वजह से हम Present में नहीं रह पा रहें हैं तो हमें इसे खुद से अलग करना होगा।
 
Mind पर concentrate करते हुए और body को ignore करते हुए, कभी किसी ने enlightenment नहीं पाया है। Buddha की छह साल की साधना (including fasting), में एक अलग example देखा जा सकता है, जिसमे उन्होंने अपनी body को खुद से order देकर अलग कर लिया था। result? वे actual में अपनी body से अलग feel करते थे, लेकिन peace या enlightened से नहीं। उन्हें इन practices को छोड़ने और एक बार अपनी body के साथ feel करने के बाद ही ज्ञान प्राप्त हुआ।
 
अपने mind से खुद को अलग करने के लिए, आपको इसके बारे में और इसका आप के ऊपर जो प्रभाव है, उसके बारे में भी पूरी तरह से conscious होना चाहिए। otherwise, आप उन अनगिनत छोटे और subtle तरीको को कभी भी, नहीं समझ पाएंगे जो आपकी thinking और behaviour को influence करते हैं – और इसलिए वे आपकी खुशी को भी प्रभावित करते है।

Mind को Observe करने के लिए अपने आप से Consciously पूछे कि आपका अगला विचार क्या होगा । जब आप इस प्रश्न को पर फुल focus करते हैं तो आप देखेंगे कि Next Clear Thought आने में कुछ समय लगता है । इस observation के द्वारा आप अपने thinking के flow में gap कर सकते हैं। जिससे आपको बेहद फायदा होगा ।
यह observation हमारे दिमाग में चलने वाली अनियमित विचारों की शाखा तोड़ने में मदद करती है । इससे हम अपने mind को आसानी से अपनी Body से अलग कर सकते हैं।

Active Waiting State

दोस्तों खुद को mind से अलग करना जब हम सीख जाते हैं तो आप एक और तकनीक अपना सकते हो। Active Waiting State वह स्टेट होती है जब हम वही सोच रहे होते हैं, जो कर रहे होते हैं। अपने एग्जाम देते समय हमें result के बारे में न सोचकर सिर्फ exam पर ध्यान देना चाहिए। रिजल्ट के बारे में सोचना मतलब time waist करना।
इस state में आप अपनी Body पर ध्यान देते हो । औऱ Present में बने रहने के लिए बॉडी पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
 
उन छोटी आवाजो को सुने, जो आपके mind में घूम रही है जैसे:- “अभी आपको काम करना चाहिए और time waste नहीं चाहिए!” लेकिन उस आवाज को अच्छे या बुरे के रूप में ना देखें, और advice को follow करने की कोई कोशिश ना करें। बस उस पर smile करें और accept करें, कि यह thought भी exists करता है। ऐसा करने से, आप अपने mind को notice करके भी, इसको follow नहीं करना सीख लेंगे।
 

Unavoidable Pain


दोस्तों Eckaart Tolle आगे बेहद ही interesting टॉपिक के बारे में बताते हैं। भले ही आप पूरी तरह से Present में रहते हैं, लेकिन फिर भी Sadness और Pain की कुछ Feeling को हम Ignore नहीं कर सकते ।
दोस्तों ये बात सच है कि अधिकतर Pain ,Self Created होते हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि हमने ही इसे बनाया है।

Unavoidable Pain का एक अच्छा Example है वे लोग जो अपने Destructive Mind से हमें परेशान करते हैं। ऐसे में जब हम कुछ दर्दनाक अनुभव करते हैं । तो जो जैसा है उसे हूबहू वैसा ही स्वीकार करें।
दोस्तों Sad रहना एक Natural Feeling है। आपको इसके लिए Guilt होने की जरूरत नहीं है
चीजें जैसी हैं वैसी हैं ।
यानि काश वैसा नहीं होता ,काश ऐसा होता ,ऐसा सोचकर आप अपना Time Waste नहीं करना चाहिए।
Present में रहकर आप अधिकतर pain से तो बच सकते हैं लेकिन सारे Pain से नहीं।

present में रहने का मतलब Pain को ignore करना नहीं हैं। इसके बजाय यह आपका Life के difficult और Painfull Facts को स्वीकार करने के लिए inner strenth provide करवाता है।

 
Present में रहना, आपको नए sources और problems को solve करने के नए तरीके भी provide कर सकता है। यह certainly सच है कि अभी में रहने से आप, नए तरह की strength और determination ला सकते हैं, क्योंकि आप अपने inner resources को problem create करने में waste नहीं करते हैं। In fact, present में रहने से आप actually में कोई problem नहीं देखते हैं – बस individual, manageable situations को देखते है, जिन्हें आप एक-एक करके solve कर सकते हैं। यह आपको ज्यादा effective बनाता है।

दोस्तों इस बुक कप पढ़कर आप जान गए होंगे कि मैं अपना जीवन कैसे बेहतर बना सकता हूँ ।
Past और Future पर Focus नहीं करें दोस्तों ,Present में रहें और अपने आपको Overthinking mind से अलग करने की कोशिश करें ।

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