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हमारी रोजमर्रा की जिन्दगी में हम न जाने कितनी बार छोटी- बड़ी बातो पर , अपने परिवार के लोगों , अपने दोस्तों और अपने से छोटों और बडो के ऊपर गुस्सा करते हैं | गुस्सा करने के दौरान हम कुछ सोचने -समझने की स्थिति में नहीं रहते हैं | इसलिए गुस्सा करने के बाद हमेशा नुक्सान होता है , अपने उपर गिल्ट होना , रिश्तों का बिगड़ना , मानसिक रूप से कमजोर होना , आदि गुस्सा करने के सामान्य उदाहरण हैं |
दोस्तों लोगों ने अपने गुस्से की वजह से अपना बहुत कुछ खोया है , जिन्होंने खोया नहीं हैं वे धीरे-धीरे खो रहे हैं | गुसा करना एक बुरी आदत है ,जो हमें अंदर – बाहर से खोखली करती है | इसलिए जो भी लोग गुस्सा करते हैं , वे अपनी इस आदत को कम करके खत्म करना चाहते हैं |
दोस्तों यदि आप भी अपना गुसा कम करना चाहते हैं तो आप सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं , इसमें कुछ ख़ास प्रभावकारी तरीके हैं , जिन्हें हर कोई आसानी से अपनाकर ओने गुस्से को नियंत्रित कर सकता है |
हर किसी व्यक्ति के क्रोध करने के पीछे एक शारीरिक प्रतिकिया होती है। इस बात पर ध्यान दें कि आपका शारीर आपसे क्या बोल रहा है, और शांति से काम लें। नीचे दिए हुए टिप्स को ध्यान से पढ़ें और समझें। मैं गारंटी के साथ कह सकता हूँ इससे आपको जरूर अपने गुस्से या क्रोध को काबू करने में मदद मिलेगी।
How to Control Anger…….
1. अपने गुस्से होने के संकेत को पहचाने
ज्यादातर लोगों का गुस्सा आने से पहले – दिल की धड़कन तेज़ हो जाती है, कन्धों में टेंशन के कारण हलचल होने लगता है, मुट्ठी बंद होने लगता है।
ऐसे में निचे दिए हुए इन स्टेप्स को अपनाएं –
अपने शरीर में हो रहे शारीरिक उत्तेजना को समझें।
एक लम्बी से सांस लें।
होश में रहें और सोचें।
अपने कन्धों को घुमाएँ तथा गर्दन और सर की मालिश करें।
धीरे-धीरे एक से दस तक गिने।
और उसके बाद हो रहे कार्य-कलापों के बारे में सोचें।
अगर आपके साथ ऐसा होता है तो जितना जल्दी हो सके आप वहां से निकल जाएँ क्योंकि ज्यादतर गुस्सा या क्रोधित लोगों को अपने क्रोध या गुस्से पर काबू नहीं होता है। ऐसे में किसी भी प्रकार की दुर्घटना हो सकती है।
2. जितना हो सके संभव समाधान ढूंढें
यह ना सोच कर कि क्या आपको गुस्सा दिलाता है यह सोचोये कि अपने गुस्से को आप कैसे काबू कर सकते हैं और इसके संभव समाधान क्या हो सकते हैं? जैसे की हो सकता है आपका साथी आपको समय ना दे पा रहा हो अपने ऑफिस के कुछ कामों के कारण तो साथ बिताने के लिए हफ्ते में कुछ विशेष समय फ़िक्स करें। पर गुस्सा होने से इसका कोई फल नहीं निकलने वाला है।
3. मेडिटेशन और व्यायाम करें
गुस्सा हमारे मन से निकलकर हमारे शरीर द्वारा बाहर आता है,इसलिए ओनी दिनचर्या में व्यायाम को जोड़ने पर हम अपने शरीर द्वारा मन की मांसपेशियों को सक्रिय करते हैं |
आपको लगता है कि आपका गुस्सा आप पर हावी हो रहा है तो किसी भी प्रकार का व्यायाम जैसे दौड़, साइकिलिंग, योग, मार्सल आर्ट्स, स्विमिंग, नाचना, बॉक्सिंग, ध्यान लगा कर या किसी अन्य प्रकार का व्यायाम नियमित रूप से प्रतिदिन करें। शाररिक गतिविधि आपके मन में उत्पन्न होने वाले तनाव को कम करता है।
रोज व्यायाम करने की बाद आप कुछ मिनटों के लिए मेडिटेशन करें , ताकि आपके मन को हर प्रकार की परिस्थितियों में शांत बने रहने का प्रशिक्षण मिल सके |
4. अपने गुस्से को अभिव्यक्त करें
अपने गुस्से के कारण को अपने अन्दर छुपाना आपके लिए अच्छा नहीं है। इसलिए हमें इसके विषय में बात करने के लिए संकोच नहीं करना चाहिए। आप किसी भी प्रकार से अपने क्रोध को अभिव्यक्त कर सकते हैं चाहे वो मुहँ के द्वारा बोल कर हो या हाथ से लिख कर।
अगर आप गुस्से को सकारात्मक तरीके से उपयोग करें तो यह आपके लिए बहुत अच्छा साबित हो सकता है। गुस्सा होना तो बहुत आसान है परन्तु उसे सकारात्मक दिशा में मोड़ना हमारे हाथ में होता है।
– डॉ. रौशनी सोंधी, मनोवैज्ञानिक, मानसिक स्वास्थ्य विभाग, फोर्टिस हेल्थकेयर।
5. कुछ दिनों के लिए काम से छुट्टी लें
कभी-कभी ऑफिस काम के तनाव की वजह से भी चिडचिडापन बढ़ने लगता है और ऐसे में गुस्सा होने या क्रोध बढ़ने की सम्भावना बढ़ जाती है। तो आप को ऐसे समय में कुछ दिनों के लिए अपने नौकरी या काम से छुट्टी ले कर कहीं घूमने के लिए जाना चाहिये और अपने परिवार के लोगों के साथ थोड़ा समय बिताना चाहिए।
6. कुछ भी बोलने से पहले सोचें
कई बार हमे पता नहीं होता कि हम क्या बोल रहे हैं ,और दिमाग की गर्मी में कुछ लोगों को यह ध्यान नहीं रहता की बोल क्या रहे हैं। अपने मुख से निकले हुए हर एक शब्द को सोच-समझ कर बोलने की कोशिश करें क्योंकि सोच समझ कर बोलने वाला व्यक्ति कभी भी गुस्सा या क्रोधित नहीं होता है।
7. रात को अच्छी नींद सोयें
ज्यादातर व्यस्क व्यक्तियों को रात को कम से कम 7-8 घंटा सोना चाहिए पर ऐसा होता नहीं है। जिसके कारण शरीर को कई प्रकार के स्वास्थ्य से जुड़ी प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। इनमें सबसे सबसे बड़ा जो प्रभाव पड़ता है वो है लोगों अपने भावनाओं पर सही तरीके से काबू नहीं कर पाते हैं।
अच्छी नींद सोने से आपका मन शांत और गुस्सा कम उत्पन्न करता है। अगर आपको सोने में प्रॉब्लम हो रहा है यानि की नींद नहीं आ हारा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से इस विषय में बात करें।
8. ख़ुश करने वाली चीजों के विषय में सोचें
अगर आप जानते हैं कि आपको गुस्सा बहुत आता है तो ज्यादातार आपको ख़ुशी देने वाली चीजों के विषय में सोचें या फिर आप कोई ऐसा चीज भी कर सकते हैं जिससे आपको ख़ुशी मिलती है। अगर आपके साथ बुरा भी हो रहा हो तो भी खुश रहें क्योंकि दुखी होने से इसका कोई हल तो निकलने वाला है नहीं।
9. स्वयं से सकारात्मक बातें करें
जीवन में सकारात्मक बातें करना या सकारात्मक चीजों से जुड़े रहना हर क्षेत्र में लाभकारी साबित हुआ है। अपने सोचने के तरीके को नकारात्मक से सकारात्मक में बदले को “संज्ञानात्मक पुनर्गठन” कहा जाता है जो आपके गुस्से या क्रोध को अच्छे तरीके से काबू करने में मदद करता है।
उदहारण – सोचिये की आप रस्ते पर चलते हुए कही जा रहे हैं। उसी समय कोई व्यक्ति इतनी तेज़ गाड़ी चलाते हुए आपके पास से गुज़रा हो की आप मरते-मरते बचें हो। ऐसे में कोई गुस्से वाला व्यक्ति चिल्ला कर क्या बोलेगा – वो पागल अभी-अभी मुझे गाड़ी से टक्कर मार देने वाला था, मैं भी उसे देखते ही मार डालूँगा।
पर एक सकारात्मक सोच वाला व्यक्ति क्या बोलेगा – वो व्य्करी बहुत ही हड़बड़ी में गाड़ी चला रहा है. हो सकता है कोई इमरजेंसी हो, भगवन का शुक्रिया की मेरी जान बच गयी। ना सिफ बोलने में बल्कि सोच में भी बहुत अंतर होता है एक पॉजिटिव और नेगेटिव व्यक्ति में।
#10 जोर-जोर से हंसिये
हम हस्ते नहीं हैं और ज्यादातर समय उदास रहते हैं। जब भी हमें कोई शारीरिक कार्य करने की आवश्यकता होती है, और हम हँसते हैं, तो हमें बहुत ही हल्का और आनंद ही आनंद महसूस होता है।
इस चीज को करने की कोशिश करें !
उन फिल्मों का कलेक्शन बनायें जो आपको हंसी देती हैं।
उन दोस्तों से मिले या दोस्त बनायें जो आपको हंसाते हैं।
दुनिया में हंसी ही एक ऐसा चीज है जो आपके सभी मानसिक तनाव को दूर कर देता है।
आशा करते हैं कि आपको यह आर्टिकल मददगार हुआ होगा , इसे ही अन्य कंटेट के लिए आप हमें सोशियल मिडिया पर फोलो कर सकते हैं |
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