विक्की की टाइम मशीन:- बैलों के गले की मटरमाला
दिसम्बर-जनवरी की कंपा देनी वाली सर्दी फरवरी के आखिरी दिनों के आते-आते अब कम होने लगी| जो मार्च के आते-आते, गर्मी में बदलने लग गई | मौसम बदल रहा है ,इसलिए माहौल का बदलना भी …
दिसम्बर-जनवरी की कंपा देनी वाली सर्दी फरवरी के आखिरी दिनों के आते-आते अब कम होने लगी| जो मार्च के आते-आते, गर्मी में बदलने लग गई | मौसम बदल रहा है ,इसलिए माहौल का बदलना भी …
I remember landing my first writing gig as a young journalist. I was so hopeful, dying to unleash my voice upon the world. But I wrote for the newspapers, where every story bordered between direct …
दिनेश! हाँ शायद उसका नाम दिनेश ही था | वह पिछले दो महीने से इस कमरे में रह रहा था | उसे लगता था कि वह इस किराए के कमरे पर अकेले ही रहता है, …
पहाड़ का जीवन पहाड़ की ही तरह बड़ा कठिन होता है | जब भी कोई दिल्ली-मुंबई से पहाड़ घूमने आता है तो इस बात का अंदाजा उन्हें पहाड़ की सडको पर धक्के खाते हुए हो …
“पा…….पा! पा…पा !” जूली रोते-रोते चिल्लाई | पास में पापा फ़ोन पर बात कर रहे थे | संदीप की नजर जोर से रो रही अपनी बेटी पर पड़ी जिसने अपनी रोने की आवाज से पूरा …
पौढ़ी में कभी दोपहर नहीं होती है ,सुबह होती है, दिन चढ़ता है और सीधे शाम होती है | दोपहर के समय ही पौढ़ी की धूप , पौढ़ी को अलविदा कहकर , सामने के पहाड़ की …
Read moreपौढ़ी में कभी दोपहर नहीं होती है … एक खूबसूरत शाम होती है
यदि आप किताबो को पढना पसंद करते हैं , किताबो की कहानियों में खोना पसंद करते हैं , किस्सों में जीना पसंद करते हैं और साथ कुछ बेहतरीन किताबों को पढना चाहता हैं ,तो हम …