विक्की की टाइम मशीन:- बैलों के गले की मटरमाला

दिसम्बर-जनवरी की कंपा देनी वाली सर्दी फरवरी के आखिरी दिनों के आते-आते अब कम होने लगी| जो मार्च के आते-आते, गर्मी में बदलने लग गई | मौसम बदल रहा है ,इसलिए माहौल का बदलना भी …

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ओ से ओखली : उर्ख्याली (ओखली)

“पा…….पा! पा…पा !” जूली रोते-रोते चिल्लाई | पास में पापा फ़ोन पर बात कर रहे थे | संदीप की नजर जोर से रो रही अपनी बेटी पर पड़ी जिसने अपनी रोने की आवाज से पूरा …

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Pahadi Women

नीमा की भिटौली : पहाड़ की लोककथा

चेत का महीना आधा बीत गया | बसंत की खुशबू पूरी तरह से घर की क्यारियों से लेकर  गाँव के खेतो से होकर जंगल के फूलों तक फ़ैल चुकी थी | बांज पर ताजे हरे …

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