विक्की की टाइम मशीन:- बैलों के गले की मटरमाला

दिसम्बर-जनवरी की कंपा देनी वाली सर्दी फरवरी के आखिरी दिनों के आते-आते अब कम होने लगी| जो मार्च के आते-आते, गर्मी में बदलने लग गई | मौसम बदल रहा है ,इसलिए माहौल का बदलना भी …

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october

अक्टूबर : खत्म नहीं ,अभी शुरू हुआ है |

अक्टूबर! खत्म होने वाला है | लेकिन जो ये अपने साथ लेकर आया है, वह नहीं | हर साल जब भी अक्टूबर आता है, अपने साथ दशहरा-दिवाली की छुट्टियाँ लेकर आता है | घर , …

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उदास शाम की मायूसी

उदास शाम की मायूसी : एक झूठी प्रेम कहानी

एक उम्र या एक समय हर किसी के जीवन में ऐसा जरूर आता है ,  जब शामें उदास रहने लगती हैं , बिना सोचे भूख नहीं लगती है , हंसी तो आती है लेकिन हँसना-मुस्कुराना …

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मेरा कमरा , मेरा गुरुर

मेरा 10 बाई 10 का हवादार कमरा

आज तुम्हे एक बात बता रहा हूँ। इससे पहले भी कई बार ये राज की बात मैं तुमसे कहना चाहता था , लेकिन कभी कह न पाया । तुम सबसे कहती फ़िरती हो कि तुम …

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The 5 Second Rule

The 5 Second Rule: Just Do It (Hindi)

हेल्लो दोस्तों , हम अपने जीवन में बहुत कुछ पाना चाहते हैं , जिसके लिए हमें क्या क्या करना है हम जानते हैं | लेकिन दोस्तों दिक्कत तब महसूस होती है जब हम अपने कामों …

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मेरा नन्हा रूम पार्टनर: किस्से एक कहानी के

दिनेश! हाँ शायद उसका नाम दिनेश ही था | वह पिछले दो महीने से इस कमरे में रह रहा था | उसे लगता था कि वह इस किराए के कमरे पर अकेले ही रहता है, …

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पहाड़ के काम की जवानी : बिट्टू की कहानी

पहाड़ का जीवन पहाड़ की ही तरह बड़ा कठिन होता है | जब भी कोई दिल्ली-मुंबई से पहाड़ घूमने आता है तो इस बात का अंदाजा उन्हें पहाड़ की सडको पर धक्के खाते हुए हो …

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ओ से ओखली : उर्ख्याली (ओखली)

“पा…….पा! पा…पा !” जूली रोते-रोते चिल्लाई | पास में पापा फ़ोन पर बात कर रहे थे | संदीप की नजर जोर से रो रही अपनी बेटी पर पड़ी जिसने अपनी रोने की आवाज से पूरा …

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Sunset in pauri

पौढ़ी में कभी दोपहर नहीं होती है … एक खूबसूरत शाम होती है

पौढ़ी में कभी दोपहर नहीं होती है ,सुबह होती है, दिन चढ़ता है और सीधे शाम होती है |  दोपहर के समय ही पौढ़ी की धूप , पौढ़ी को अलविदा कहकर , सामने के पहाड़ की …

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