The Compound Effect Hindi Book Summary

The Compound Effect Hindi Book Summary में डैरेन हार्डी की बेस्ट सेल्लिंग किताब The compound Effect का हिंदी सारांश है | Self-help category में लेखक द्वारा लिखी गयी यह किताब बेहद प्रभावकारी नॉन-फिक्शनल किताब है | जो बताती है कि कैसे जीवन में बड़ा बदलाव लाने के हमें सबसे पहले अपने रोज की दिनचर्या पर फोकस करना चाहिए |

The Compound Effect pdf डाउनलोड़ (Available on bottom of the article)

डैरेन हार्डी द्वारा लिखी गई The Compound Effect किताब में साधारण से दिखने वाले शीर्षक हैं | दोस्तों सफलता पाने की स्ट्रेटेजी सब लोग जानते हुए भी , उसे अनदेखा करते हैं | लेखक ने The Compound Effect किताब में सफलता के लिए 6 सरल स्ट्रेटेजी बताई हैं | जब आप इन 6 स्ट्रेटेजी को एक सलीके से क्रमानुसार अपनाते हैं , तो आपके जीवन में अभूतपूर्व बदलाव जरुर आएगा | आपका जो भी सपना है , जीवन में जो भी आपका गोल है , उसे पाने के लिए आपको जो चीजे सीखने और करने की जरूरत है , वह सरल भाषा में इस किताब में मौजूद है |

The Compound Effect in Hindi में एक उदहारण है। मान लीजिए कि आपको 30 लाख मिलते हैं और आपका दोस्त दूसरा विकल्प चुनता है कि उसे 1 दिन में 1 रुपया मिलता है। 5 तारीख तक आपके पास 30 लाख होंगे और आपके दोस्त के पास 16 रुपये होंगे। केवल 16 रुपये, 16 लाख नहीं। 20 दिन तक, आपके पास अभी भी 30 लाख होंगे और आपके दोस्त के पास 52 हजार होंगे। ज़रा सोचिए कि आपका दोस्त कैसा महसूस कर रहा होगा। वह सोच रहा होगा कि उसने 20 दिनों तक इंतजार किया फिर भी उसे केवल 52 हजार मिले, इसके बजाय, उसे विकल्प 1 भी चुनना चाहिए था। 29 तारीख तक, आपके मित्र के पास 27 लाख और आपके पास 30 लाख होंगे। दिन 30 है जब कंपाउंड इफेक्ट का जादू चलेगा और आपका दोस्त आपसे आगे निकल जाएगा। और आखिरी दिन, दिन 31 तक आपके दोस्त के पास 1 करोड़ + होंगे और आपके पास अभी भी 30 लाख होंगे।

THE COMPOUND EFFECT IN ACTION

लेखक इस किताब के पहले पाठ में बताते हैं कि उन्हें the compound effect के बारे में उनके पिता ने सबसे पहले बताया था | पहले पाठ में लेखक Consistency पर जोर देते हैं , और बचपन की कछुए और खरगोश की दौड़ की कहानी में कछुवे के जीतने का राज भी उसकी इसी  अच्छी आदत का होना बताते हैं | लेखक भी अपने को एक कछुआ ही मानते हैं , जिसे उनके पिता जी ने बचपन से ही प्रशिक्षित किया | उनके पिता की दिनचर्या के हिसाब से लोग अपना टाइम सेट करते थे | NO PAIN NO  GAIN उन्होंने लेखक के कमरे की दीवार पर बड़े अक्षरों में लिखा था |

पिताजी के मूल दर्शन में से एक था, “इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आप कितने स्मार्ट हैं या

ऐसा नहीं है, आपको कड़ी मेहनत करने की ज़रूरत है जो आपके पास अनुभव, कौशल में कमी है,

बुद्धि, या जन्मजात क्षमता। यदि आपका प्रतियोगी अधिक चतुर, अधिक प्रतिभाशाली है, या

अनुभवी, आपको बस तीन या चार गुना अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है। आप अभी भी उसे हरा सकते हैं

लेखक हमेशा अपने पिता का धन्यवाद करते हैं , क्योंकि  उनकी वजह से वे Compound Effect को समझ पाए , और मात्र 18 साल की उम्र में ही 6 फिगर में इनकम करने लग गये थे |

The Compound Effect छोटी और स्मार्ट choices के परिणामो का repeating सिद्धांत है |  यानी कि जब आप लगातार छोटी और स्मार्ट चीजों को आदतों को रोज अपनाते हैं , तो The Compound Effect के जरिये आप सफलता को पाते हो | ये आदते या फिर चीजे इतनी छोटी हैं कि लोग अक्सर इनकी इम्पोर्टेंस को अनदेखा कर देते हैं | जैसे कई लोग 60-80 दिनों तक लगातार दौड़ते हैं , व्यायाम करते हैं , लेकिन उसका कुछ फर्क महसूस न होने पर ये सब छोड़ देते हैं | वे नहीं जानते कि इन छोटे-छोटे स्टेप्स को रोज एक consistency के दोहराने से एक टाइम के बाद बड़ा अंतर आता है |

Small, Smart Choices + Consistency + Time = RADICAL DIFFERENCE

The Compound Effect

The Compound Effect Chapter 2:- CHOICES

हम सभी इस दुनिया में एक जैसे आते हैं: नंगे , डरे हुए और अज्ञानी। उसके बाद भविष्य में हम जो भी बनते हैं , वह हमारे choices का परिणाम होता है । ये  choices हमारी सबसे अच्छी दोस्त भी हो सकती हैं और सबसे बुरे दुश्मन भी | हमें हमारे लक्ष्यों तक पहुंचा सकते हैं और हमें दूर, दूर एक आकाशगंगा में परिक्रमा करते हुए भी  भेज सकते हैं।

आपने कभी सोचा !! आपके जीवन में सब कुछ मौजूद है क्योंकि आपने पहले चुनाव किया था | choices  आपके प्रत्येक परिणाम के मूल में हैं।  प्रत्येक

चुनाव एक ऐसा व्यवहार शुरू करता है जो समय के साथ एक आदत बन जाता है।  संक्षेप में, आप अपनी पसंद बनाते हैं, और फिर आपकी पसंद आपको बनाती है।

प्रत्येक निर्णय, चाहे कितना भी मामूली क्यों न हो, आपके जीवन की गति को बदल देता है | कॉलेज जाने के लिए, किससे शादी करनी है, गाड़ी चलाने से पहले वह आखिरी ड्रिंक पीना, गपशप में लिप्त हों या चुप रहें, एक और पूर्वेक्षण कॉल करने के लिए या इसे कॉल करें, एक दिन, कहने के लिए कि मैं तुमसे प्यार करता हूँ या नहीं।  हमारी हर पसंद का Compound Effect होता है  जिसका प्रभाव हमारे जीवन में पढ़ता है |

यह अध्याय उन विकल्पों के बारे में जागरूक होने और चयन करने के बारे में है । सुनने में थोडा  जटिल लगता है, लेकिन आप इसके द्वारा चकित होंगे कि यह कितना सरल है । 99 % choices , हम होश में , अपने चेतन मन से लेते हैं | लेकिन इन choices के प्रति जागरूक न होने की होने की वजह से हम अक्सर सही को नहीं चुन पाते | इसलिए सबसे बड़ा चैलेंज हमेशा यह रहता है कि हम छोटी छोटी चीजों को सोते हुए चुनते हैं | हम अपनी choices के प्रति जागरूक नहीं रहते हैं | बस जो सामने सरल और सहज दिख रहा है , उसी को चुन लेते हैं | और हमारी हर छोटी बड़ी choices हमारी जिन्दगी को आकार देती है | कभी आप गौर करेंगे कि अक्सर कई लोगों की जिन्दगी जब सही चल रही होती है , और अपनी choices के अवेर नही होने से वे गलत choices को चुन लेते हैं , नतीजतन जिन्दगी में अवांछनीय बदलाव आ जाता है |

आपने एक सूना होगा कि हाथी काटा नहीं करते , काटते तो छोटे से मछर हैं , जिनके काटने से इंसान की मौत तक हो जाती है | दोस्तों हम अपनी जिन्दगी में , बड़ी चीजों और गलतियों पर हमेशा ज्यादा फोकस करते हैं .और छोटी चीजो और गलतियों को अनदेखा करते है| और इन छोटी गलतियों को बार बार दोहराते हैं, और एक समय के बाद इन छोटी छोटी गलतियों के वजह से बुरे नतीजो का सामना करना पड़ता है |

दोस्तों लेखक The Compound effect किताब के इस चैप्टर में आगे बताते हैं ,कि हमारी जिन्दगी में जो कुछ भी होता वह हमारी ही वजह से होता है , इसलिए हर नतीजे की जिम्मेदारी हमे स्वीकारनी चाहिये | किसी बुरे , अनचाहे परिणाम का ब्लेम दुसरे पर कभी नहीं डालना चाहिए |

The Compound Effect Chapter 3:- HABITS

एरिस्टोटल ने लिखा है , “ हम वो हैं , जो हम बार बार दोहराते हैं “|  यानी किसी काम को , या फिर किसी choices को बार बार चुनना हमारी आदत कहलाती है | एक छोटी सी कहानी है , जिसमें एक आदमी कहीं जा रहा होता है, और सड़क किनारे खड़ा एक आदमी उससे पूछता है कि कहाँ जा रहा है ? तो वह कहता है कि मुझे नहीं पता , मेरे घोड़े से पूछो| दोस्तों यह छोटी सी कहानी इस बात का प्रतीक है , कि हमारी आदते भी इसी घोड़े की तरह काम करती है | जो हमें , हमारी मंजिल तक पहुंचाती हैं |  अगर हमें पता है कि जाना कहाँ है , तो हमे उस हिसाब से अपने घोड़े को प्रशिक्षण देना होगा , यानि कि अपनी मंजिल के अनुसार अपनी आदते विकसित करनी होंगी |

दोस्तों यह कहना , पढना , सुनना आसान है , लेकिनं करना थोडा कठिन है , क्योकि अक्सर लोग इस कहानी के आदमी की तरह अपनी आदतों के प्रति अनजान रहते हैं | उन्हें न मंजिल से मतलब होता है , न ही अपने उस घोड़े का पता होता है , जिस पर वे सवार हैं |

इसलिए दोस्तों लेखक ने इस बात को किताब में विस्तार समझाया है , कि सफलता प्राप्त करने के लिए अपनी आदतों के प्रति जागरूक होना , और उन आदतों का अच्छा भी होना कितना जरूरी है |

अच्छी आदतों को अपनाना कठिन है , लेकिन उनके साथ जीना आसान ,और बुरी आदतों को अपनाना आसान तो है लेकिन उनके साथ जीना कठिन |

दोस्तों लेखक ने आगे इस चैप्टर में ,अच्छी आदतों को विकसित करके , सफलता पाने के अलावा एक महत्वपूर्ण विषय के बारे में भी बताया है | वह है किसी काम प्रति आपके “क्यों” का निर्धारित होना | दोस्तों लेखक एक उदाहरण के द्वारा समझाते हैं , कि यदि किसी अनजान मकान में आग लगी हो तो आप वहां अंदर नहीं जायेंगे , लेकिन जब आपके मकान में आग लगी हो तो आप अपने परिवार को बचाने के लिए जरुर आग आग में कूदोगे | ठीक इसी प्रकार जब हमारा किसी काम के प्रति  के सफल होने के पीछे” क्यों “ पता होता है ,तो उस काम में सफल होने की सम्भावना बढ़ जाती है |

इसलिए कुछ भी करने से पहले आपके दिमाग में उस काम के “क्यों“ की साफ़ तस्वीर होनी चाहिए |

Compound Effect ( Habits)

The Compound Effect Chapter 4:- MOMENTUM

दोस्तों आपने कक्षा 9-10 में विज्ञान में न्यूटन के गति के नियम पढ़े होंगे | पहला नियम कहता है कि कोई चीज विराम अवस्था में ही रहेगी जब तक कि उसपे कोई बाहरी बल न लगे, कोई वस्तु तब तक गतिमान ही रहती है जब तक कि उसके मोमेंटम को रोकने के लिए कोई बाहरी बल न लगे |  दोस्तों इसे ही सफल लोग Compound effect के जरिये एक मोमेंटम को प्राप्त करते हैं , जिससे  वे अपने गोल और ड्रीम्स हासिल करते जाते हैं , नहीं हैं |

दोस्तों इस प्रकार के मोमेंटम को अचीवर्स आसानी से  नहीं पाते हैं | जीवन के किसी भी क्षेत्र में मोमेंटम प्राप्त करने के लिए सबसे जरुरी समय , शुरूआती समय होता है | पहला कदम हमेशा कठिन होता है , आपको अपने आपको पहला कदम उठाने के लिए धकेलना पड़ता है , खींचना पड़ता है |  एक कदम , दो कदम , तीन कदम और ऐसे लगातार आगे बड़ते रहने से , एक समय ऐसा आता है , जब आ[पको किसी प्रकार का फ़ोर्स नहीं लगाना होता है |  आप अब अपने आप ही आगे बड़ते रहते हैं |

ऐसे मोमेंटम को प्राप्त करने के लिए समय , समय के साथ धैर्य और ऊर्जा की जरुरत होती है |जिसके बाद  सफलता के परिणाम आपको Compound effect से तेजी से मिलते है |

आपने देखा होगा कि एक रोकेट लोंच के दौरान , एक रोकेट को शुरुआत में उपर उठने के लिए बहतु सारे ईंधन और ऊर्जा की जरुरत होती है | शुरू में रोकेट हमें आराम से उपर उड़ता हुआ दिखाई देता है , लेकिन एक समय के बाद रोकेट की गति बहुत तेज हो जाती है | जिससे वह नीले आसमान को चीरते  हुए , काले अन्तरिक्ष तक पहुच जाता है |

दोस्तों , हमारी जिन्द्गी में भी एसा ही कुछ होता है| हमें सबसे ज्यादा मुसीबत का सामना शुरुआत में करना होता है | और सफल लोग इन शुरूआती मुसीबतों का सामना आसानी से करना जानते हैं | इसलिए ये लोग मोमेंटम को प्राप्त करना जानते हैं | जिससे वे अमीर से और अमीर,  खुश से और खुश ….और भाग्यशाली से और भाग्यशाली बनते जाते हैं |

लेखक ने अपनी किताब में मोमेंटम को प्राप्त करने के लिए निम्न तरीके बताये हैं :-

  1. सबसे पहले अपने गोल से जुड़े हुए , choices को चुनना
  2. इन choices को बार बार दोहरा कर अपने व्यवहार में डालना |
  3. इसके बाद इन चॉइसस को अपनी आदत बनाना |
  4. दैनिक रूटीन बनाकर अपने आप को एक लाना |
  5. और आखिर में अपनी आदतों , रूटीन के प्रति एक निश्चित समय अंतराल तक consistence बने रहना |

The Compound Effect Chapter 5:- INFLUENCE

अब तक आप समझ गये होंगे कि आपकी choices , आपकी जिन्दगी में कितनी अहम भूमिका निभाते हैं | दोस्तों लेखक अपनी इस सुन्दर किताब के इस चैप्टर में , तीन चीजों के बारे में बताते हैं जो हमें प्रभावित करते हैं | जिनकी वजह से हमारी गाडी कभी पटरी से उतरती है , तो कभी वापस पटरी पर भी आ जाती है |

1.INPUT

दोस्तों यदि आप चाहते हैं कि आपका शरीर, आपके लिए पूरी क्षमता और ताकत  के साथ काम करे, तो आपको अपने शरीर को उस प्रकार के जरुरी पोषक तत्वों का सेवन कराना चाहिए , न कि जंक फ़ूड का | यदि आप चाहते हैं कि आपका दिमाग , अपने शीर्षतम बिंदु पर परफॉर्म में करे ,तो आपको अपने दिमाग को उस हिसाब से फीड करना होगा |

दोस्तों आप अपनी जिन्दगी में जैसा भी आउटपुट देखना चाहते हैं , तो आपको उस हिसाब का इनपुट देना होगा | कूड़ा अंदर जायेगा तो बाहर भी कूड़ा ही आयेगा , ये आप जानते हैं |

इसलिए दोस्तों लेखक का कहना है कि गंदा पानी मत पिए | अपने शरीर को अच्छे पोषक तत्वों का सेवन कराइए , अपने दिमाग में अच्छी चीजे भरिये | अच्छी किताबे पढिये , अच्छी फिल्मे देखिये , अपने आस-पास अच्छा माहोल रखिये , अच्छे लोगो की संगत में रहना सीखिए | ये सब बाते आपको सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है | नहीं तो अखबार में , मौत-हत्याओं की घटना पढकर , बेमतलब के टीवी सीरिअल्स , फिल्मे आदि देखकर आप अपने दिमाग में भूसा भी भर सकते हैं | जिसके परिणाम स्वरूप आप नकरात्मक  भावनाए जैसे- बेवजह चिंता करना , डरना आदि महसूस करते हैं |

2.ASSOCIATION  

दोस्तों कहते हैं कि हमारा चरित्र हमारे आस-पास  मौजूद फ्रेंड सर्किल का प्रतिरूप होता है | यानी कि आपके दोस्तों के चरित्र –व्यवहार से आपके चरित्र का पता लगाया जा सकता है | सोशल मनोवैज्ञानिक Dr. David McClelland कहते हैं कि हमारे दोस्तों का  छोटा  सा  समूह 95 % हमारी सफलता और असफलता को निर्धारित करता है |

जिम रोहन का मानना है कि हम उन पांच लोगो का औसत हैं, जिनके साथ हम सबसे ज्यादा रहते हैं |

दोस्तों इसलिए इस बात का भी ध्यान रखना भी बहुत जरूरी है कि आपके आस पास कैसे दोस्त हैं | उन लोगों के साथ अपनी ज्यादा नजदीकियां बनाइए , जिनके साथ रहके आप अपने आप में अच्छी आदते विकसित कर सके , नई और अच्छी बाते सीख सके | बजाय के उन दोस्तों के साथ टफरी मारकर अपने समय को बर्बाद करना |

3. Environment

आपके चारों ओर का कैसा वातावरण है , यह भी एक अवयव जो हम सभी  प्रभावित करता है | जैसे कि अगर हमारे आस पास शांत और पढने का माहौल हो , तो ऐसे में हम अच्छे से पढाई कर पाते है | घर में परिवार के सदस्य यदि मेहनती हो , प्रेरणादायी  हो, तो ऐसे माहौल में व्यक्ति भी मेहनती होता है |

वरना शोर-शराबे , लड़ाई –झगड़े के माहौल में पलने वाले बच्चो के व्यवहार को आप सभी ने देखा होगा |

इसलिए जब कभी आपको लगे कि आपके चारो ओर का माहौल आपको आगे बढने से रोक रहा है तो , या तो उस माहौल में जरूरी बदलाव करें , या फिर उस माहौल को ही पूरी तरह बदल दे |

The Compound Effect Chapter 6 :- ACCELERATION

THE COMPOUND EFFECT की इस बेहतरीन किताब के अंतिम चैप्टर में लेखक उच्च स्तर की सफलता को तेजी से पाने के बारे में बात करते है | लेखक बताते हैं कि जब आप पूरी तैयारी के साथ , अभ्यास करके , पढाई करके , लगातार एक नियमितता के साथ आवश्यक काम करते हैं , तो आप इस समय अपने आप की पहचान तय करते हो और साथ यह भी निश्चित करते हो कि आप क्या बनने जा रहे हो |

लेखक ने इस पाठ में अपनी सफलता को कई गुना बढाने  के बारे में बताया कि कैसे आपको वे सारी चीजे करके जिसकी कोई अपेक्षा नहीं करता है , आप सफलता को Compound effect के द्वारा लगातार बड़ा सकते हो |

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